दिल्ली। कश्मीर में शहीद हुए 20 डोगरा रेजिमेंट के हवलदार मदन लाल शर्मा का उनके गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
मदन लाल की मां धर्मो देवी ने शहीद बेटे की अर्थी को कंधा दिया।
उन्होंने कहा- इस देश की मां के कंधे में इतनी ताकत है कि देश की खातिर कुर्बान बेटे की जिम्मेदारियों का बोझ उठा सके।
शहादत के बाद गुरुवार को शहीद मदन का पार्थिव देह श्रीनगर से पठानकोट लाया गया। गांववालों ने शहीद मदन लाल अमर रहे के नारे लगाए।
83 वर्षीय मां धर्मो देवी ने शहीद जांबाज बेटे की अर्थी को कंधा देकर एक बहादुर मां की तस्वीर पेश की। मां की हिम्मत से हर कोई हैरान था।
40 साल के हवलदार मदन लाल शर्मा की चिता को उनके ढाई साल के बेटे कन्नव ने मुखाग्नि दी।
सेना के 20 जवानों ने हवाई फायर के बाद शस्त्र उलटे कर बिगुल की धुन के साथ शहीद को आखिरी सलामी दी।
मदन लाल की मां धर्मो देवी ने शहीद बेटे की अर्थी को कंधा दिया।
उन्होंने कहा- इस देश की मां के कंधे में इतनी ताकत है कि देश की खातिर कुर्बान बेटे की जिम्मेदारियों का बोझ उठा सके।
शहादत के बाद गुरुवार को शहीद मदन का पार्थिव देह श्रीनगर से पठानकोट लाया गया। गांववालों ने शहीद मदन लाल अमर रहे के नारे लगाए।
83 वर्षीय मां धर्मो देवी ने शहीद जांबाज बेटे की अर्थी को कंधा देकर एक बहादुर मां की तस्वीर पेश की। मां की हिम्मत से हर कोई हैरान था।
40 साल के हवलदार मदन लाल शर्मा की चिता को उनके ढाई साल के बेटे कन्नव ने मुखाग्नि दी।
सेना के 20 जवानों ने हवाई फायर के बाद शस्त्र उलटे कर बिगुल की धुन के साथ शहीद को आखिरी सलामी दी।
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